Rastriya Sanatan Ekta Manch

परिचय
 राष्ट्रीय सनातन एकता मंच एक रजिस्टर्ड संगठन है जिसका गठन "ट्रस्ट एक्ट" के अंतर्गत "राष्ट्रीय सनातन एकता ट्रस्ट" के नाम से किया गया है।  आज जब भारतवर्ष में आधुनिकता की दौड़ में सनातनी युवा कहीं ना कहीं धर्म से और राष्ट्रवाद से विमुख होता जा रहा है ऐसे में बहुत से वामपंथी संगठनों द्वारा हिंदू युवाओं को दिग्भ्रमित किया जा रहा है एवं धर्म के विरुद्ध बरगलाया जा रहा है। सनातनी युवाओं को सनातन धर्म की प्रतिष्ठा और गौरवमई इतिहास की जानकारी ना के बराबर है। राष्ट्रीय सनातन एकता मंच का गठन इस उद्देश्य से किया गया है कि सनातन धर्म और संस्कृति का प्रचार-प्रसार और राष्ट्रवाद की भावना को देश के जन-जन तक पहुंचाया जा सके ताकि आने वाली पीढ़ी सनातन संस्कृति की महानता को समझते हुए देश को एक बार फिर विश्व गुरु बनाएं।

प्रमुख उद्देश्य

1) सनातन धर्म और वैदिक शिक्षा का प्रचार प्रसार-  राष्ट्रीय सनातन एकता मंच के गठन का एक प्रमुख उद्देश्य पूरे देश में सनातन धर्म और वैदिक शिक्षा का घर-घर तक प्रचार प्रसार करना है। इस उद्देश्य के लिए पूरे देश से धर्म के जानकार और बुद्धिजीवियों को मंच से जोड़ा जाएगा और जगह-जगह पर गुरुकुल खोलकर निशुल्क वैदिक शिक्षा सभी सनातन धर्मावलंबियों को दी जाएगी।

2) राष्ट्रवाद की भावना का प्रचार- 
                                             देश में बढ़ते वामपंथ के बीच देश के आमजन में राष्ट्रवाद की भावना का उदय कराना और प्रचार प्रसार करना, साथ ही गैर राष्ट्रवाद और राष्ट्र विरोधी तत्वों को उनकी भाषा में जवाब देना राष्ट्रीय सनातन एकता मंच का एक प्रमुख उद्देश्य रहेगा।
3) धर्म परिवर्तन रोकना-  आज भारतवर्ष में बहुत से ईसाई मिशनरी, मुस्लिम संगठन,  वामपंथी संगठन देश के गरीब भोले भाले दलित आदिवासी भाइयों को धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। राष्ट्रीय सनातन एकता मंच का प्रमुख उद्देश्य विभिन्न कार्यक्रम चलाकर दलित आदिवासी भाइयों के बीच में जाकर उन्हें सनातन संस्कृति के महत्व से अवगत कराना एवं धर्म परिवर्तन को रोकना रहेगा। साथ ही धर्म परिवर्तन कराने वाली ताकतों से डटकर मुकाबला करना होगा।

4) गौरक्षा ओर गौसेवा के प्रति समर्पण-  सनातन संस्कृति में गौ माता का बहुत सम्मान है राष्ट्रीय संगठन एकता मंच द्वारा पूरे देश में गौशाला खोलकर बूढ़ी बीमार गायों की सेवा की जाएगी साथ ही गौ रक्षा के लिए पूरे देश में टीमें बनाई जाएगी जो कि लोकतंत्र के दायरे में रहकर गोरक्षा को नष्ट सुनिश्चित करेगी।

5)समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रक कानून के लिए आंदोलन- देश में सभी समस्याओं का कारणऔर सनातन धर्मावलंबियों के अस्तित्व को सबसे बड़ा खतरा  देश में सभी धर्मों के घटता जनसंख्या का अनुपात है। जनसंख्या नियंत्रण कानून और कॉमन सिविल कोड देश में सनातन धर्मावलंबियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए अत्यंत जरूरी कानून है। राष्ट्रीय सनातन एकता मंच द्वारा इन दोनों कानूनों को बनवाने के लिए पूरे देश में एक बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा और सरकार को इन कानूनों को बनाने के लिए मजबूर किया जाएगा एवं दबाव में लाया जाएगा।

6)  देश की कुरीतियों जैसे मृत्यु भोज, शादियों में दिखावा, तिलक, दहेज, शराब आदि के विरोध में भी राष्ट्रीय सनातन एकता मंच द्वारा आंदोलन चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

7) विदेशी भाषाओं की बढ़ती लोकप्रियता के बीच देश के आम नागरिक को संस्कृत भाषा और हिंदी भाषा के लिए जागरूक किया जाएगा और इन दोनों मूल भाषाओं का प्रचार-प्रसार राष्ट्रीय संगठन एकता मंच द्वारा किया जाएगा।

8) विभिन्न आयोजनों के द्वारा सनातन धर्मावलंबियों को हथियार प्रशिक्षण और आत्मरक्षा प्रशिक्षण के कैंप लगाए जाएंगे ताकि हर सनातन धर्मावलंबि अपने धर्म की रक्षा स्वयं के स्तर पर कर सकें।

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